उत्तराखंड : नवंबर से आयुष्मान योजना के तहत राज्य के दो लाख सरकारी कर्मचारियों व उनके 13 लाख परिजनों के गोल्डन कार्ड बनने शुरू होंगे। इसके साथ ही जनवरी से कर्मचारियों अनलिमिटेड कैशलेस इलाज की सुविधा मिल जाएगी। यह योजना आयुष्मान योजना को संचालित कर रही स्टेट हेल्थ एजेंसी ने बनाई है।
सरकार ने राज्य के सरकारी, निगम और निकाय कर्मियों को आयुष्मान योजना में मामूली प्रीमियम पर कैशलेस इलाज की सुविधा देने का निर्णय लिया था। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से कर्मचारियों के गोल्डन कार्ड बनाने का काम शुरू नहीं हो पाया।
अब अनलॉक के तहत सभी गतिविधियां संचालित होना शुरू हो गई हैं। ऐसे में अब कर्मचारियों के गोल्डन कार्ड बनाने का काम भी शुरू करने का निर्णय लिया गया है। स्टेट हेल्थ एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि यदि योजना के तहत काम हुआ तो नवम्बर पहले सप्ताह से कर्मचारियों व परिजनों के गोल्डन कार्ड बनने शुरू होंगे। इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
22 हजार अस्पताल योजना में शामिल
स्टेट हेल्थ एजेंसी की योजना के मुताबिक, नवम्बर और दिसम्बर में गोल्डन कार्ड बन जाने के बाद अगले साल जनवरी से कर्मचारियों को आयुष्मान योजना के तहत कैशलेस इलाज मिलना शुरू हो जाएगा। मालूम होता है कि योजना के तहत देश के कुल 22 हजार अस्पतालों को शामिल किया गया है, जहां कर्मचारी व उनके परिजन अपनी सुविधा के अनुसार इलाज करा सकेंगे।
कर्मचारियों को है लम्बे वक्त से इंतजार
राज्य कर्मचारी लम्बे समय से आयुष्मान योजना को लागू करने की मांग कर रहे हैं। सरकार करीब दो साल पहले कर्मचारियों को योजना के दायरे में लाने का निर्णय ले चुकी थी। लेकिन तब से किसी न किसी वजह से योजना को शुरू करने में देरी हो रही है।
राज्य सरकार ने निगमों एवं निकाय कर्मचारियों को भी योजना में शामिल होने का विकल्प दिया था। जिसके बाद कई बोर्ड और निगम योजना में शामिल होने का निर्णय ले चुके हैं।
अरुणेंद्र सिंह चौहान (मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आयुष्मान योजना) ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत सरकारी कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के गोल्डन कार्ड नवम्बर से बनाने की योजना है। कार्ड बनने के बाद जनवरी से कैशलेस इलाज की सुविधा शुरू हो जाएगी। कोरोना संक्रमण और लॉक डाउन की वजह से इस काम में देरी हुई लेकिन अब तेजी लाने का निर्णय लिया गया है।