देहरादून – महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी द्वारा जनपद देहरादून के रायपुर विकास खण्ड के अन्तर्गत सात विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस मौके पर वहां रिपोर्ट खराब मिलने पर उन्होंने कड़ी फटकार लगाई और कार्रवाई किये जाने की चेतावनी भी दी। राजकीय प्राथमिक विद्यालय नालापानी में निरीक्षण के समय प्रधानाध्यापिका को निर्देशित किया गया कि विद्यालय का संचालन निर्धारित समय तक किया गया जाए और विद्यालय में किचन गार्डन को तैयार कर एमडीएम में किचन गार्डन का अधिक से अधिक से उपयोग किया जाय। साथ ही विद्यालय भवन के जीर्णाेधार के लिए आगामी वार्षिक कार्ययोजना तक आगणन तैयार मुख्य शिक्षा अधिकारी/जिला परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा के माध्यम से उपलब्ध करायें।वंशीधर तिवारी ने कहा कि मुख्य शिक्षा अधिकारी, देहरादून तत्काल जनपद के सभी विद्यालयों में छात्र संख्यानुसार प्रश्न पत्र सैट उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करेंगे।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सुन्दरवालाः निरीक्षण के समय अपराह्न 02ः00 बजे विद्यालय भवन के मुख्य द्वार पर ताला लगा हुआ था और विद्यालय में कार्यरत तीनों अध्यापिकाओं में से कोई भी उपस्थित नहीं थी। विद्यालय परिसर में ही संचालित प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका द्वारा अवगत कराया गया कि बच्चों की फेयरवेल पार्टी थी, जिस कारण वहां के अध्यापक एवं बच्चों की छुट्टी हो गयी। वर्तमान समय पर छात्र-छात्राओं की गृह वार्षिक परीक्षाओं के दृष्टिगत छात्र-छात्राओं का अध्यापन के दृष्टिगत महत्वपूर्ण समय है, फिर भी सम्बन्धित विद्यालय द्वारा छात्र-छात्राओं को विद्यालय संचालन हेतु निर्धारित समय से पूर्व ही छुट्टी कर घर भेज दिया गया, जो सम्बन्धित अध्यापिकाओं का अपने दायित्वों के प्रति अत्यन्त लापरवाही का द्योतक है।
अतः मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून को निर्देशित किया जाता है कि तत्काल विद्यालय का निरीक्षण करते हुये सम्बन्धित अध्यापिकाओं से स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुये उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही सुनिश्चित करते हुये एक सप्ताह के अन्दर अधोहस्ताक्षरी को आख्या उपलब्ध करायेंगे।राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय लाड़पुर में निरीक्षण के समय कोई भी शिक्षक कक्षा में अध्यापन करता हुआ नहीं पाया गया। विद्यालय में छात्र-छात्रायें इधर-उधर घूम रहे थे, जो कि अत्यंत निराशाजनक स्थिति है। उक्त परिस्थितियों के दृष्टिगत मुख्य शिक्षा अधिकारी, देहरादून का व्यक्तिगत ध्यान अपेक्षित करते हुये निर्देशित किया गया कि इन विद्यालयों के साथ ही जनपद के समस्त विद्यालयों का समय-समय पर अनुश्रवण/निरीक्षण करवाकर विद्यालयों में अध्यापन कार्य को सुदृढ़ बनाया जाय। इस हेतु कोई भी अधिकारी या शिक्षक लापरवाही करता है तो उसके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही अमल में लायी जाये।