देहरादून : “सड़क निर्माण कार्यों में तेजी लायें”, यह निर्देश जिलाधिकारी डॉ० आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कलेक्ट्रेट सभागार में लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन सड़कों का निर्माण या सुधार किया जाना है, वे काम को तेजी से पूरा करें।
उन्होंने कहा कि देहरादून शहर से सटे मुख्य मार्गों, रिंग रोड आदि के संबंध में जो भी प्रक्रियाएं अभी भी लंबित हैं, उन्हें तेज किया जाना चाहिए। उन्होंने वन विभाग को सड़क निर्माण में वन विभाग के स्तर पर आपत्ति से संबंधित किसी भी मामले का शीघ्र समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि हरिद्वार बाईपास रोड और शिमला बाईपास सड़क के चौड़ीकरण के प्रस्ताव को भी तैयार किया जाए और जल्द से जल्द सरकार को भेजा जाए।
जिला मजिस्ट्रेट ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कालसी-चकराता-त्यूनी, चकराता-लखमण्डल, चकराता-नागथाट-मसूरी जैसे पहाड़ी मार्गों पर मालवा आने से बाधित रोडवेज को खोलने का निर्देश दिया, जिसके लिए पहले से ही अपने संसाधनों को क्षेत्र में तैनात रखा जाए। उन्होंने कहा कि अगर सड़क पर कोई बड़ा निर्माण कार्य नहीं किया जाना है और केवल मलवा को हटाना है, तो मलबे को हटाने का काम तुरंत पूरा किया जाना चाहिए।
जिला मजिस्ट्रेट ने लोक निर्माण विभाग के विभिन्न प्रभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले में सड़कें जो कि लंबे समय से विभिन्न कारणों से लंबित हैं जैसे विभागीय स्तर पर की गई प्रक्रिया या वन विभाग की मंजूरी के कारण, सरकारी स्तर पर प्रशासनिक या अन्य अनुमोदन आदि के कारण, लंबित सभी सड़कों का विवरण प्रदान करें, ताकि उन सड़कों पर भी त्वरित संज्ञान लिया जा सके।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नितिका खंडेलवाल, डीएफओ देहरादून राजीव धीमान, सचिव एमडीडीए गिरीश चंद्र गुणवंत, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग जे एस चौहान सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।