72वें सेना दिवस के मौके पर आयोजित परेड में कैप्टन तानिया शेरगिल ने पुरुषों की बटालियन का नेतृत्व किया। तान्या को देशसेवा और सैन्य अनुशासन एक तरह से पारिवारिक विरासत में ही मिला है। पंजाब के होशियारपुर जिले के गांव गड़दीवाल की रहने वाली तान्या के परदादा, दादा और पिता ने भी सेना में रहकर देश की सेवा की है।
पिता सूरज सिंह शेरगिल सेना की 101 मीडियम रेजिमेंट (तोपखाना) में रह चुके हैं। दादा 14वीं सशस्त्र रेजिमेंट (सिंडी होर्स) में थे। परदादा सिख रेजिमेंट में रह चुके थे। कैप्टन तान्या शेरगिल सेना दिवस परेड की अगुआई करने वाली पहली महिला अफसर बन गई हैं।
दिल्ली कैंट के करियप्पा परेड ग्राउंड पर 15 जनवरी को तान्या ने पुरुषों की बटालियन का नेतृत्व किया। कैप्टन तान्या 26 जनवरी को राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड की भी अगुआई करेंगी। तान्या थल सेना के सिग्नल कॉर्प्स में कैप्टन हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में बीटेक तान्या को चेन्नई की ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी से 2017 में कमीशन मिला था। तान्या की उपलब्धि इस लिहाज से मायने रखती है कि उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद सेना में भर्ती होने का फैसला किया।