उत्तराखंड : उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे और आखिरी दिन की कार्यवाही आज थी। लेकिन शीतकालीन सत्र की अवधि एक दिन बढा दी गई है। विधानसभा में हुई कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बुधवार को विधानसभा सचिवालय में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई, जिसमें गुरुवार 24 दिसंबर को भी सत्र की कार्यवाही संचालित करने का निर्णय लिया गया। हालांकि, गुरुवार को असरकारी दिवस होगा जिसमें प्रश्नकाल नहीं होगा।
ज्ञात है कि विपक्ष की तरफ से लगातार सरकार पर विधानसभा सत्र की अवधि बढ़ाने का दबाव बन रहा था। विपक्ष का आरोप था कि सरकार सवालों से बचने के लिए जानबूझकर सत्र की अवधि को कम रख रही है।
इस सबको देखते हुए सरकार ने सत्र की अवधि बढ़ाने के संकेत दिए थे। जिसके बाद अब कार्यमंत्रणा समिति ने सत्र की अवधि बढ़ाने पर मुहर लगा दी है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि गुरुवार को भी विधानसभा की कार्यवाही चलेगी। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल नही होगा।
पुरानी पेंशन का उठा मुद्दा
बुधवार को सदन में विपक्ष ने नियम 58 के तहत पुरानी पेंशन का मुद्दा उठाया। सरकार ने कहा कि नई पेंशन योजना शुरू की है। विपक्ष ने कहा कि नई पेंशन योजना कर्मचारियों के हित में नही है। जिसके बाद सदन दोपहर तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। इससे पहले प्रश्नकाल चला था।
इसके अलावा विधानसभा सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस के विधायकों ने पहाड़ी उत्पादों को उचित मूल्य न मिलने के विरोध में प्रदर्शन किया। विधायक मनोज रावत, काजी निजामुद्दीन, ममता राकेश, फुरकान अहमद समेत अन्य विधायक माल्टा व अन्य उत्पाद लेकर विधानसभा पहुंचे थे। विधानसभा के मुख्य गेट पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया था।