देहरादून – ऐतिहासिक झण्डा मेला 22 मार्च को पंचमी के दिन होगा। इस मेले की तैयारियां तेज हो गई हैं। इस संदर्भ में दरबार साहब में मंगलवार को प्रबंधन की बैठक हुई। 22 मार्च को झण्डा आरोहण के साथ ही ऐतिहासिक पवित्र मेले का शुभारंभ होगा। इसमें सज्जादानशीन महंत देवेन्द्र दास महाराज की ओर से मेला आयोजन समिति के सभी पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। केसी जुयाल ने बताया कि 2022 में लाखों संगतों की देश-विदेश से पहुंचने की संभावना है। मेला संचालन के लिए 50 समितियों का गठन किया गया है जो मेला आयोजन को कराएंगी। देश-विदेश से आने वाली संगतों के लिए एसजीआरआर पब्लिक स्कूल की विभिन्न शाखाओं में व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। 19 मार्च को झण्डा के आरोहण के लिए तैयार किए गए ध्वजदण्ड को एसजीआरआर बॉम्बे बाग स्कूल से दरबार साहिब तक लाया जाएगा। इसी दिन गिलाफ सिलाई का कार्य भी शुरू हो जाएगा। 21 मार्च की शाम को परंपरा के अनुसार पूर्व से आई संगतों की विदाई होगी। 22 मार्च को सुबह 8 बजे से 9 बजे के बीच झण्डा को उतराने और सेवकों व संगतों द्वारा झण्डा को दही, घी, गंगाजल, एवं पंचगब्यों से स्नान का कार्यक्रम प्रारंभ होगा। प्रात: 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक महंत देवेन्द्र दास द्वारा संगतों को दर्शन दिए जाएंगे व गिलाफ चढ़ाने की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। इसी दिन शाम 3 बजे से 4 बजे के बीच झण्डा का आरोहण किया जाएगा। 24 मार्च को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा तथा 10 अप्रैल 2022 को रामनवमी के दिन झण्डा मेला का समापन हो जाएगा।
