गुप्ता बंधु के आवास से ईडी की टीम लौटी, एक भाई से घंटों पूछताछ जारी

देहरादून

दक्षिण अफ्रीका में किए गए भ्रष्टाचार के बाद फरार होकर भारत आए गुप्ता बंधु (अतुल, राजेश और अजय) के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच करीब 24 घंटे चली। ईडी की टीमें बुधवार सुबह देहरादून के कर्जन रोड स्थित आवास और अन्य ठिकानों से लौटीं। वापसी में ईडी अफसरों के कब्जे में तमाम दस्तावेज थे। छापेमारी में ईडी के हाथ क्या लगा, अभी इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है।

देहरादून में गुप्ता बंधु के आवास पर ईडी को सिर्फ एक भाई मिल पाया। जिससे ईडी ने घंटों पूछताछ की। दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने भ्रष्टाचार के जो साक्ष्य मुहैया कराए हैं, उन पर भी सवाल पूछे गए। फिलहाल, ईडी ने पूछताछ में शामिल हुए गुप्ता बंधु के नाम का खुलासा नहीं किया है।

इतना जरूर है कि आवास पर सिर्फ एक भाई की मौजूदगी थी, जबकि दूसरा भाई अस्पताल में भर्ती है और तीसरे के बाहर होने के चलते संपर्क नहीं किया जा सका। इस कार्रवाई को लेकर अभी ईडी के आधिकारिक बयान का भी इंतजार किया जा रहा है।

ईडी की यह कार्रवाई म्यूचुअल लीगल असिस्टेंट रिक्वेस्ट (एमएलएआर) के अंतर्गत दक्षिण अफ्रीकी सरकार के आग्रह पर की गई। क्योंकि, वर्ष 2018 में भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद तत्कालीन राष्ट्रपति जैकब जुमा की सरकार गिर गई थी, जबकि गुप्ता बंधु किसी तरह फरार होकर भारत आ गए थे।एमएलएआर के तहत मंगलवार सुबह से ही ईडी की टीमों ने देहरादून, सहारनपुर, मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद समेत देश के विभिन्न स्थानों पर गुप्ता बंधु और उनसे जुड़े व्यक्तियों के ठिकानों पर डेरा जमा लिया था।

दूसरी तरफ गुप्ता बंधु और उनसे जुड़े व्यक्तियों के चीन और दुबई के ठिकानों पर भी जांच की गई। क्योंकि, भ्रष्टाचार की कड़ी में चीन और दक्षिण अफ्रीका में खरीदे गए ट्रेन के इंजनों में भी जमकर भ्रष्टाचार किए जाने की बात समाने आई है। वहीं, भ्रष्टाचार में गुप्ता बंधु के साथ वर्ल्ड विंडो ग्रुप के संचालक पीयूष गोयल का नाम भी जुड़ा है।

गुप्ता बंधु और गोयल ने दुबई की जेजे ट्रेडिंग एफजेडई नाम की एक शेल (फर्जी) कंपनी के माध्यम से मनी लांड्रिंग की। यह कंपनी अहमदाबाद के राम रतन जगाती की बताई जाती है। इस तरह की जानकारी भी सामने आई कि ईडी की टीम ने अहमदाबाद से राम रतन को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, अभी छापेमारी को लेकर ईडी ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। जिस कारण किसी भी तरह के सीजर या अन्य तरह की कार्रवाई पर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है।

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