चमोली। अथर्व जो तेलंगाना से श्री बद्रीनाथ दर्शन के लिए अपने परिवार के साथ आया था, मंदिर परिसर की भीड़ में अपने परिजनों से अलग हो गया। बच्चा अकेला और डरा हुआ था। उसी दौरान ड्यूटी पर तैनात फायरमैन पूजा और मनीषा ने अथर्व को अकेला घूमते हुए देखा। उन्होंने बच्चे से बात की और उसे शांत किया।
पूजा और मनीषा ने अथर्व से उसके परिवार के बारे में जानकारी लेने की कोशिश की, लेकिन बच्चा घबराया हुआ था। तब उन्होंने मंदिर परिसर में अनाउंसमेंट कराने का फैसला लिया और साथ ही अथर्व को सुरक्षित स्थान पर बैठाकर उसके परिजनों की तलाश शुरू कर दी।
कुछ ही देर में अथर्व की मां अनाउंसमेंट सुनकर फायर कर्मियों के पास पहुंची। अपने बच्चे को सुरक्षित देखकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वह भावुक हो गईं और उन्होंने फायरमैन पूजा और मनीषा को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वे दोनों उनके लिए किसी देवदूत से कम नहीं हैं।
अथर्व को वापस पाकर मां ने बद्रीनाथ पुलिस और फायर सर्विस का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनकी तत्परता और संवेदनशीलता के कारण ही उनका बच्चा सुरक्षित वापस मिल पाया। उन्होंने न केवल अपनी ड्यूटी निभाई बल्कि एक बच्चे को उसके परिवार से मिलाकर मानवता का परिचय दिया।
