देहरादून। उत्तराखंड को चार महीने के अंदर ही सरकार को नया नेतृत्व मिलने जा रहा है। शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा। राजभवन जाने के दौरान सीएम के साथ प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे मौजूद और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी रहे। शुक्रवार को दिल्ली से देहरादून लौटने के बाद तीरथ सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने अपने तीन महीने के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई।
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद कहा कि उपचुनाव को लेकर संवैधानिक कारणों के चलते उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दिया है। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के प्रति भी आभार जताया।
तीरथ सिंह रावत ने राजभवन में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को त्यागपत्र सौंपने के बाद बीजापुर अतिथि गृह में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अभी इस्तीफा देकर आ रहा हूं। उन्होंने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 151 और संविधान की धारा 164 के चलते संवैधानिक संकट की स्थिति थी। इसे देखते हुए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देना उचित समझा।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें समय-समय पर एमएलसी, विधायक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, सांसद और फिर मुख्यमंत्री तक के दायित्व दिए। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह समेत वरिष्ठ पार्टी नेताओं के प्रति आभार जताया। पूर्व में विधानसभा की सल्ट सीट से उपचुनाव न लड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि तब वे कोरोना संक्रमण की चपेट में थे। परिणामस्वरूप उनके पास समय नहीं था।
आपको बता दें कि पिछले तीन दिनों से वह दिल्ली में थे और 24 घंटे के भीतर ही उन्होंने जेपी नड्डा से दो बार मुलाकात की। गौरतलब है कि तीरथ सिंह रावत ने इस साल 10 मार्च को ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
आज होगी विधायक दल की बैठक
इस्तीफा देने के बाद अब आज शनिवार को विधानमंडल दल की बैठक दोपहर 3:00 बजे होगी पर्यवेक्षक नरेंद्र तोमर और डी पुरंदेश्वरी विधायकों के साथ करेंगे बातचीत जिसके बाद कौन मुख्यमंत्री होगा इसकी घोषणा हो सकती है। शनिवार को पार्टी मुख्यालय में 3 बजे होने वाली बैठक में सभी भाजपा विधायकों को पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।