सीएम धामी विजयदशमी पर लक्ष्मण चौक, देहरादून में आयोजित दशहरा महोत्सव व रावण दहन में हुए शामिल

  • सीएम धामी विजयदशमी पर लक्ष्मण चौक, देहरादून में आयोजित दशहरा महोत्सव व रावण दहन में हुए शामिल
  • अयोध्या में राम मंदिर युग का सबसे बड़ा सांस्कृतिक गौरव
  • प्रदेश से लैंड जिहाद, लव जिहाद और धर्मांतरण जिहाद को समाप्त करने का संकल्प-सीएम धामी
  • नकल माफियाओं पर कस गई नकेल, 25 हजार से अधिक युवाओं को मिली सरकारी नौकरी
  • युवाओं के हितों की रक्षा हेतु नकल विरोधी कानून सबसे कठोर कानून-मुख्यमंत्री धामी
  • रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने के लिए भ्रष्टाचार रूपी रावण का अंत करेंगे-सीएम धामी
  • पिछले तीन वर्षों में 200 से अधिक भ्रष्ट अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही
  • विकल्प रहित संकल्प के साथ उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प-मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विजयदशमी के अवसर पर वेलफेयर सोसाइटी द्वारा हिंदू नेशनल स्कूल देहरादून में आयोजित दशहरा महोत्सव व रावण दहन में सम्मिलित हुए।

इस अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों को विजयदशमी की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा  कि लक्ष्मण चौक पर हर वर्ष होने वाला यह आयोजन हमारे लिए विशेष है, क्योंकि इस आयोजन के प्रणेता राज्यसभा सांसद ,भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष  श्री नरेश बंसल जी हैं। मैं, उन्हें साधुवाद देता हूं कि उन्होंने इस कार्यक्रम को जनजागरण और सांस्कृतिक चेतना का एक माध्यम बनाया है।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के भी सौ वर्ष पूर्ण हुए हैं। मेरे जैसे करोड़ों लोगों के लिए संघ की विचारधारा और प्रेरणा ही राष्ट्र कार्य करने की शक्ति है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरा एक पर्व मात्र नहीं है, बल्कि ये हमारे जीवन में एक पाथेय का कार्य करता है।  यह हमें सिखाता है कि चाहे असत्य कितना भी बलवान क्यों न हो, उसकी पराजय निश्चित है। यह हमें बताता है कि शक्ति और ज्ञान का दुरुपयोग अंततः पतन की ओर ही ले जाता है। भगवान श्रीराम का संपूर्ण जीवन मर्यादा, धर्म और कर्तव्य का अद्भुत उदाहरण है। एक आदर्श पुत्र, आदर्श पति और आदर्श राजा के रूप में उनका जीवन हम सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है। भगवान राम ने यह संदेश दिया कि धर्म की रक्षा के लिए कितनी भी कठिनाइयां क्यों न आएँ, विजय सदैव धर्म की ही होती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आदरणीय प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर हमारे युग का सबसे बड़ा सांस्कृतिक और धार्मिक गौरव बन गया है। हमारे मंदिर, मेले और पर्व न केवल सनातन संस्कृति में हमारी अटूट आस्था के  प्रतीक हैं, बल्कि ये हमारे लिए पर्यटन और रोजगार का भी सशक्त माध्यम हैं,  इसी को देखते हुए, हम इन आयोजनों को और बड़े स्तर पर आयोजित करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान प्रभु श्रीराम के आदर्शों को आत्मसात करते हुए हमारी सरकार ने लैंड जिहाद, लव जिहाद, थूक जिहाद, धर्मांतरण जिहाद सहित कई अन्य बुराइयों को प्रदेश से समाप्त करने का दृढ़ संकल्प लिया है द्यआज प्रदेश में दंगारोधी कानून द्वारा दंगाइयों की संपत्ति जब्त कर उनसे ही नुकसान की भरपाई कराई जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले नक़ल माफियाओं पर नकेल कसने के लिए प्रदेश में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून भी लागू किया है। जिसका परिणाम है कि पिछले चार वर्षों में राज्य में 25 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी पाने में सफलता प्राप्त हुई है। परंतु कुछ लोगों को पारदर्शिता के साथ हमारे युवाओं का सरकारी नौकरियों में जाना रास नहीं आ रहा है। जैसा कि आप सभी भलीभांति जानते हैं कि हाल ही में एक नकल का मामला सामने आया था, प्रकरण की जानकारी मिलते ही हमारी सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया और पूरी परीक्षा की जांच के लिए SIT का गठन किया। लेकिन विपक्षी दलों ने इस मामले की आड़ में हमारे युवाओं को ढाल बनाकर राजनीतिक षड्यंत्र कर प्रदेश में अराजकता फैलाने के प्रयास किए और इस प्रकरण की सीबीआई जाँच के लिए युवाओं को उकसाने का प्रयास कर रहे थे।   इसलिए मैंने स्वयं युवाओं से मुलाकात कर उन्हें आश्वस्त किया कि इस मामले की सीबीआई जांच कराने के साथ ही हम उनकी सभी न्यायोचित माँगों को पूरा करेंगे। युवाओं के हितों की रक्षा के लिए ही हमारी सरकार ने सख्त नकल विरोधी कानून बनाया है और युवाओं के भविष्य और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए जो भी निर्णय लेना पड़ेगा, मैं, बिना किसी हिचकिचाहट के वो निर्णय लूंगा। इसके अलावा, हाल ही में हमारी सरकार ने राज्य में नया कानून लागू कर मदरसा बोर्ड को भी समाप्त करने का निर्णय लिया है। इस कानून के लागू होने के पश्चात 1 जुलाई 2026 के बाद उत्तराखंड में केवल वही मदरसे संचालित हो पाएंगे, जिनमें हमारे सरकारी बोर्ड द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। हमारा प्रयास है कि राज्य में ऐसे शिक्षा के मंदिर स्थापित हों, जहां तय मानकों के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाए,न कि शिक्षा के नाम पर बच्चों को 500 साल पुरानी कबीलाई मानसिकता की ओर धकेला जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने के लिए हमारी सरकार राज्य से भ्रष्टाचार रूपी रावण को भी जड़ से समाप्त करने के लिए ‘’ज़ीरो टॉलरेंस’’ की नीति के साथ संकल्पित होकर कार्य कर रही है।   हमने प्रदेश के इतिहास में पहली बार आईएएस और पीसीएस स्तर के अधिकारियों सहित पिछले तीन वर्षों में भ्रष्टाचार में लिप्त 200 से अधिक लोगों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रभु श्री राम के आदर्शों से प्रेरणा लेकर उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के अपने “विकल्प रहित संकल्प’’ को पूर्ण करने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि हमारे इस संकल्प को पूर्ण करने के लिए आप सभी अपने जीवन में सत्य, ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता जैसे मूल्यों को अपनाकर एक सशक्त, समृद्ध और न्यायपूर्ण समाज की नींव रखेंगे।

इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल,  विधायक  खजान दास सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।

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