भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली और टीम के कुछ अन्य खिलाड़ियों ने केपटाउन टेस्ट मैच में ब्रॉडकास्टर्स पर हमला किया, क्योंकि डीन एल्गर ने जो डीआरएस लिया था, उसमें बॉल ट्राजेक्टरी स्टंप्स से ऊपर चली गई थी और वे नॉट आउट दिए गए। इसी को लेकर कप्तान विराट कोहली ने इशारों ही इशारों में दिखा दिया था कि कितना गलत हुआ है। इसके बाद वे स्टंप माइक के पास गए और बोले- “अपनी टीम पर भी ध्यान दें जब वे गेंद को चमकाएं, ठीक है! हर समय लोगों को पकड़ने की कोशिश करें, सिर्फ विपक्षी टीम को ही नहीं।” इसके बाद उपकप्तान केएल राहुल ने कहा गया, “पूरा देश ग्यारह खिलाड़ियों के खिलाफ खेल रहा है।” एक अन्य खिलाड़ी ने कहा कि ब्रॉडकास्टर यहां पैसे बनाने के लिए आए हैं।
कप्तान विराट कोहली की इसी हरकत पर गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, “कोहली बहुत अपरिपक्व हैं। किसी भारतीय कप्तान के लिए स्टंप्स में ऐसा कहना सबसे बुरा है। ऐसा करने से आप कभी भी युवाओं के आदर्श नहीं बनेंगे क्योंकि आप इस तरीके का व्यवहार बीच मैच में नहीं कर सकते। आपको अपनी बात कहने का पूरा हक हैं, लेकिन इसके लिए अन्य तरीके हैं।
वहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कमेंट्री के दौरान कहा, “क्योंकि गेंद एल्गर को घुटने के नीचे लगी थी, मैंने सोचा था कि अगर यह मिडिल स्टंप के शीर्ष पर नहीं लग रही है तो यह शीर्ष पर लगेगी और इसका मतलब होगा कि अंपायर कॉल और वह आउट हो जाते। हां, वह आगे थे, लेकिन गेंद उनको घुटने के नीचे लगी थी, जहां से घुटना मुड़ता है। जो ज्यादा लंबा नहीं है और अगर उसके इस तरह से बॉल लगती है तो 10 में से 9 बार, यहां तक कि साउथ अफ्रीकाई पिचों पर, गेंद स्टंप्स को हिट करेगी।” साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज लुंगी एनगिडी ने तीसरे दिन के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय खिलाड़ी निराश और दबाव में थे और इसी वजह से उन्होंने डीआरएस को मुद्दा उठाया।