नंदानगर घाट क्षेत्र में तबाही, राहत-बचाव कार्य जारी
- 33 मकान और 6 दुकानें क्षतिग्रस्त, 10 गौशालाएं भी प्रभावित
- एसडीआरएफ, आईटीबीपी और प्रशासन मौके पर, गेस्ट हाउस में की गई अस्थायी व्यवस्था
- गंभीर घायलों को एम्स भेजा जा रहा, अन्य का इलाज नजदीकी अस्पतालों में
गोपेश्वर।
बुधवार रात से लगातार हो रही भारी वर्षा और भूस्खलन ने चमोली जिले के नंदानगर घाट क्षेत्र में तबाही मचा दी है। चार अलग-अलग स्थानों पर हुई अति वृष्टि से आई आपदा में अब तक 33 मकान और 6 दुकानें क्षतिग्रस्त हो गए हैं। करीब 10 गौशालाएं प्रभावित हुई हैं और 300 से अधिक लोग आपदा से प्रभावित हुए हैं। 14 लोगों के लापता होने की सूचना है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
राहत व बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ, डीआरएफ, आईटीबीपी के जवानों के साथ जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और स्थानीय विधायक मौके पर मौजूद हैं। प्रभावित परिवारों के लिए जीएमवीएन व bktc गेस्ट हाउस में अस्थायी व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने भोजन और अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करानी शुरू कर दी हैं। घायलों के इलाज के लिए चिकित्सकों की टीम घटनास्थल पर भेजी गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा नियंत्रण कक्ष से हालात का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि चमोली जिले में अतिवृष्टि से बड़ा नुकसान हुआ है। 33 मकान और 10 गौशालाएं क्षतिग्रस्त होने की पुष्टि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे-जैसे मौसम में सुधार हो रहा है, घायलों को सुरक्षित निकालकर अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। गंभीर रूप से घायल लोगों को एम्स भेजा जा रहा है जबकि अन्य का इलाज नजदीकी अस्पतालों में चल रहा है।